नीचे दिए गए प्रश्नों के बारे में जानकारी एकत्र कीजिए-
(क) ब्लू बेबी क्या है?
(ख) रक्त के जमाव की क्रिया में बिंबाणु (प्लेटलैट) का कार्य क्या है?
(ग) रक्तदान के लिए कम से कम कितनी उम्र होनी चाहिए?
(घ) कितने समय बाद दोबारा रक्तदान किया जा सकता है?
(ड) क्या स्त्री का रक्त पुरूष को चढ़ाया जा सकता है?
क) ब्लू बेबी- ब्लू बेबी को ब्लू बेबी सिंड्रोम भी कहा जाता है। इसका प्रयोग नवजात शिशु की उस दशा के लिए किया जाता है जब उसके शरीर का रंग नीला पड़ जाता है। शिशु के शरीर का रंग नीला पड़ने का कारण यह है कि उसका हृदय असामान्य रूप से कार्य करता है और अशुद्ध रक्त को ऑक्सीजन उचित रूप में नहीं मिल पाती है। इसका निराकरण सर्वप्रथम 24 नवंबर 1944 में जान हॉप्किंस अस्पताल में आपरेशन द्वारा किया गया।
ख) रक्तवाहिनी नलियाँ जब चोट लगने पर फट जाती है उस फटे स्थान को भरने के लिए कोशिकाओं का एक अत्यंत महीन सा जाल बन जाता है और प्लेटलैट्स अर्थात् बिंबाणु इसी जाल पर चिपक जाते हैं। कुछ समय उपरांत रक्त का बहाव रुक जाता है। यही बिंबाणु अथवा प्लेटलैट का कार्य है|
ग) रक्तदान के लिए उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए।
घ) सामान्यतः 3 महीने बाद दोबारा रक्तदान किया जा सकता है।
ड) यदि स्त्री या पुरुष के रक्त का समूह एक समान है तो स्त्री का रक्त पुरुष को चढ़ाया जा
सकता है।